IAS Officer: आईएएस (IAS): आईएएस यानी भारत की सिविल सेवा जो कि भारत का सबसे उच्च दर्जे वाला सरकारी अधिकारियों का पद होता है, यह भारत का सबसे उच्चतम सम्मान वाला पद होता है । इस पद पर कार्य करने वाले सरकारी को हम आईएएस ऑफिसर के नाम से जानते हैं ।
इस पद के गरिमा और शक्ति के आधार पर इसकी चयन की परीक्षा भी उसी रूप से एक ही जाती है । इस परीक्षा को पास करने वाला अभ्यर्थी को केवल कर्मद और अनुशासन और कठोर परीक्षण के साथ-साथ अपनी तार्किक बुद्धि का उपयोग करने वाला व्यक्ति ही इस परीक्षा को पास कर पता है ।
किसी भी आईएएस ऑफिसर बनने के मेहनत और लगन की आवश्यकता होती है । अगर आप यह सोच रहे हैं कि जिला कलेक्टर या डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट ताकि आप आईएएस ऑफिसर के नाम को जानते हैं तो यह आपकी गलतफहमी है । भारत देश के सभी विभाग के प्रशासनिक अधिकारी और सचिव ज्यादातर वरिष्ठ आईएएस अधिकारी ही होते हैं । और इसके साथ-साथ भारत सरकार के कैबिनेट सचिव राज्य के कैबिनेट सचिव या अन्य भारत सरकार के मंत्रालय में मुख्य पद पर हासिल करने वाला अधिकारी ऐसी ही होते हैं ।
अगर आप भी जानना चाहते हैं कि इस कैसे बने तो इसके लिए आपको कुछ विशेष बातों का ध्यान में रखना जरूरी है । क्योंकि इस परीक्षा को पास करने वाले के लिए कुछ योग्यता मदन शैक्षणिक योग्यता के साथ-साथ किन-किन बातों का ध्यान में रखना जरूरी है वह सभी आपको इस पोस्ट में हम बताने वाले हैं ।
- आईएएस (IAS) क्या होता है? (IAS Kya Hai?)
- आईएएस के लिए योग्यता क्या है? (Eligibility)
- IAS का फुल फॉर्म क्या होता है? (IAS Full Form)
- आईएएस (IAS) कैसे बने? (IAS Kaise Bane?)
- आईएएस परीक्षा का प्रारूप (IAS Exam Format)
- आईएएस ऑफिसर की ट्रेनिंग कैसे होती है? (IAS Officer Training kaisi Hoti Hai?)
- आईएएस अधिकारी को मिलने वाली सैलरी व सुविधा (Allowances and Perks)
- आईएएस अधिकारी के कार्य एवं जिम्मेदारी (IAS Duty & Responsibility)
- आईएएस अधिकारी के पदो के नाम (Post Name of IAS)
- आईएएस अधिकारी की शक्ति (पॉवर) व अधिकार (Power of IAS Officer)
- सवाल-जवाब
आईएएस (IAS) क्या होता है? (IAS Kya Hai?)
आईएएस (IAS) का पूरा नाम होता है “भारतीय प्रशासनिक सेवा” (Indian Administrative Service)। यह एक भारतीय सिविल सेवा है जिसे भारत सरकार के तहत संचालित किया जाता है। IAS अफसरों को भारतीय प्रशासनिक प्रशासक (Indian Administrative Officer) भी कहा जाता है।
IAS एक बहुत ही प्रतिष्ठित और लोकप्रिय सिविल सेवा है, जो भारत में उच्च स्तरीय प्रशासनिक पदों पर काम करने का मौका प्रदान करता है। इस सेवा के अफसर भारत सरकार के विभिन्न विभागों में, जैसे कि न्याय, शिक्षा, स्वास्थ्य, निर्देशन, औद्योगिक, वित्त, यातायात, जलवायु परिवर्तन, और सामाजिक कल्याण, आदि के विभागों में काम करते हैं।

IAS की परीक्षा एक बहुत ही कठिन और प्रतिस्पर्धी परीक्षा होती है, जो भारत सरकार के एक संघ कमीशन (Union Public Service Commission) द्वारा आयोजित की जाती है। इस परीक्षा को पास करने के बाद, उम्मीदवारों को अफसर के रूप में भर्ती किया जाता है और उन्हें विभिन्न प्रशासनिक पदों पर काम करने का मौका मिलता है।
IAS का काम देश के विकास और प्रशासनिक कार्यों के क्षेत्र में होता है, और इस सेवा के अफसरों का काम लोगों की सेवा करना और सरकार के नीतियों और कार्यक्रमों को लागू करना होता है। IAS अफसरों के हाथ में बड़े प्रशासनिक और कार्यकारी फैसले लेने का पूर्ण अधिकार होता है और वे देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
आईएएस के लिए योग्यता क्या है? (Eligibility)
आईएएस (Indian Administrative Service) की परीक्षा के लिए योग्यता और पात्रता की शर्तें भारत सरकार के द्वारा निर्धारित की जाती हैं। निम्नलिखित हैं आईएएस परीक्षा की मुख्य योग्यता शर्तें
- नागरिकता: आईएएस की परीक्षा केवल भारतीय नागरिकों के लिए होती है।
- आयु सीमा: आईएएस की परीक्षा के लिए आयु सीमा अलग-अलग श्रेणियों के लिए विभिन्न होती है, लेकिन आमतौर पर उम्मीदवारों की आयु 21 साल से 32 साल के बीच होनी चाहिए। आयु सीमा की गणना आवेदक की आयु की 1 अगस्त को परीक्षा साल के आधार पर की जाती है। आयु में विशेष छूटें आरक्षित श्रेणियों के लिए उपलब्ध होती हैं।
- शिक्षा: उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक डिग्री होनी चाहिए।
- प्राप्तिक की योग्यता: उम्मीदवारों को किसी भी विषय में स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
- प्राथमिकता: IAS परीक्षा की प्राथमिकता के रूप में उम्मीदवार को भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS), या भारतीय विदेश सेवा (IFS) में से किसी एक में चयन करनी होगी।
- दिग्गज जातियों और अनुसूचित जातियों के उम्मीदवारों के लिए विशेष आयु सीमा और योग्यता में छूटें उपलब्ध हो सकती हैं।
- उम्मीदवारों को भी भारतीय नागरिकता सर्टिफिकेट प्रस्तुत करना होगा, जो उनकी नागरिकता की पुष्टि करता है।
इसके अलावा, आईएएस की परीक्षा के लिए एक आवेदक का अच्छा आचरण, उच्च स्तरीय नैतिकता, और अच्छी स्वास्थ्य की भी आवश्यकता होती है।
कृपया ध्यान दें कि ये योग्यता शर्तें बदल सकती हैं, इसलिए अधिक जानकारी के लिए भारतीय संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की आधिकारिक वेबसाइट और अधिसूचना का संपर्क करें और अपडेट्स की जांच करें।
आयु (Age limit)
इस बात के लिए आवेदकों की लिए कुछ विशेष आयु सीमा निर्धारित की वजह जिसे नीचे हम आपको टेबल के माध्यम से उपलब्ध करवा रहे हैं ।
(Gen) सामान्य वर्ग के लिए | 32 वर्ष (अधिकतम) |
(OBC) ओबीसी के लिए | 35 वर्ष |
SC/ST के लिए | 37 वर्ष |
शैक्षिक योग्यता (Education Qualification)
किसी भी इच्छुक अभ्यर्थी को एक परीक्षा में आवेदन करने से पहले उनके पास कुछ विशेष शिक्षक योग्यता होनी चाहिए इन्फेक्शन की योग्यता के आधार पर ही आप एक परीक्षा को देने के योग्य होते हैं वह कौन सी शैक्षणिक योग्यता है जिसकी जानकारी मुझे आपको हम बता रहे हैं ।
- मान्यता प्राप्त संस्था से स्नातक (Graduation) की परीक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य
- यदि ग्रेजुएशन Distance Education के माध्यम से किया है तब भी इस परीक्षा के लिए मान्य है,
IAS का फुल फॉर्म क्या होता है? (IAS Full Form)
IAS का पूरा नाम होता है “भारतीय प्रशासनिक सेवा” जिसे हम अंग्रेजी भाषा में (Indian Administrative Service) के नाम से जानते हैं।
आईएएस (IAS) कैसे बने? (IAS Kaise Bane?)
अगर आप भी आईएएस ऑफिसर बनना चाहते हैं तो इसके लिए आपको कुछ विशेष बातों का ध्यान में रखना जरूरी है क्योंकि किसी भी इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए आपको कुछ प्रक्रिया को फॉलो करना जरूरी है उसे हम आपको नींद चरणों के अनुसार बता रहे हैं ।
- सबसे पहले आपको कक्षा 12वीं पास होना अनिवार्य है ।
- इसके बाद ग्रेजुएशन किसी भी डिग्री जैसे बीएससी, बीकॉम और BA किसी भी विषय से कर सकते हैं ।
- यूपीएससी पोर्टल पर आप इस सिविल सर्विस की परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन दर्ज करें ।
- प्रथम चरण- सबसे पहले आपको प्रीलिम्स परीक्षा पास करनी होगी ।
- दूसरा चरण- अब आपको मेंस यानी मुख्य परीक्षा को पास करना होगा ।
- तीसरा चरण- इन दोनों परीक्षा को पास करने के बाद आपको इंटरव्यू में सफलता प्राप्त करनी होगी ।
- तीनों चरण को पास करने के बाद यदि आपका एक परीक्षा में चयन होता है तो आपको LBSNAA अकादमी में प्रशिक्षण प्राप्त करने का मौका मिलेगा ।
कुछ जरूरी बात हम आपको बता दे की आईएएस ऑफिसर बनने के लिए आपको संघ लोक सेवा आयोग जिसे हम यूपीएससी के नाम से भी जानते हैं जो कि इस सिविल सेवा परीक्षा का आवेदन करती है । अब हम आपको इस सिलेक्शन प्रोसेस या आईएएस बनने के लिए क्या करना चाहिए तो आपको इस परीक्षा से संबंधित विस्तार से जानकारी चरणबद्ध तरीके से हम बताने वाले हैं ।
Step-1 ग्रेजुएशन परीक्षा पास करे
यदि आप 12वीं पास है तो आईएएस बनने के लिए सबसे पहले आप किसी भी एक सब्जेक्ट से स्नातक की डिग्री प्राप्त कर ले । एक स्नातक की डिग्री में आप बीएससी बीकॉम के अलावा किसी भी अन्य सब्जेक्ट से डिग्री प्राप्त कर सकते हैं । एक बार जरूर ध्यान रखें कि आप जिस भी विषय से ग्रेजुएट्स की शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं उसके लिए आपको अपने विषय का प्रतीक और फंडामेंटल ज्ञान क्लियर होना चाहिए ।
Step-2 आईएएस परीक्षा के लिए पैटर्न के बारे में जाने
यदि आप आप इस की परीक्षा में भाग लेना चाहते हैं तो आपको परीक्षा से संबंधित कोर्स पैटर्न के बारे में जानकारी होना बहुत ही जरूरी है क्योंकि इस जानकारी के अनुसार ही आप लिए परीक्षा में पूछे जाने वाले सवालों और पैटर्न को अच्छे से समझ पाओगे ।
इसके लिए आपको सबसे पहले इसमें पूछे जाने वाले जितने भी पैटर्न होते हैं उसके बारे में गहरी पकड़ रखनी होगी । और और इसके साथ-साथ आपको पिछले गत वर्षों के इस में पूछे जाने वाले सवालों को भी पढ़ना होगा जिससे कि आपको इस परीक्षा की पैटर्न की समझ प्राप्त होगी ।
Step-3 यूपीएससी परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन करे
ऊपर बताई गई जानकारी को यदि आप समझ गए हैं तो आपको इस परीक्षा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना होगा जो की फरवरी माह से शुरू होता है । जिसके लिए आप यूपीएससी की ऑफिशल पोर्टल uppsc.gov.in के माध्यम से अपना आवेदन किसी भी ऑनलाइन पोर्टल की सहायता से कर सकते हैं ।
फॉर्म भरते वक्त आपको यह मुख्य जानकारी ध्यान में रखना होगी कि आधार कार्ड व एकेडमिक डॉक्यूमेंट के अनुसार ही भरे जिससे की आगे जाकर आपको किसी भी वजह से दिक्कत होगा सामना न करना पड़े । इसलिए आपके द्वारा भरी गई जानकारी सटीक और सही होना चाहिए ।
Step-4 यूपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा पास करे
अब आपको चौथे चरण में लिए परीक्षा में ऑनलाइन आवेदन करने के बाद आपको सबसे पहले फ्री लिंक परीक्षा जो की यूपीएससी के द्वारा आयोजित होती है जिसमें आपको जनरल नॉलेज जैसे कि समान अध्ययन के अलावा CSAT से संबंधित प्रश्नों को पूछे जाते हैं ।
यह चरण पास करने के बाद आपका दूसरा चरण होता है, जिसमें आपको यूपीएससी परीक्षा की प्रीलिम्स पास करना जरूरी हो जाता है । यह एक क्वालीफाइंग राउंड होता है इसके मार्क्स मेरिट लिस्ट में जोड़ नहीं जाते हैं यह केवल आपके सामान्य ज्ञान के लेवल का परीक्षा है ।
Step-5 यूपीएससी मुख्य परीक्षा (मैन्स) पास करे
यदि आप प्रीलिम्स परीक्षा को पास कर लेते हैं तो उसके बाद आपको बहुत ही महत्वपूर्ण मेंस परीक्षा देनी होती है, इस परीक्षा में आपको सामान्य अध्ययन निबंध आधारित कुछ सवाल पूछे जाते हैं । इस चरण में अंकों को मेरिट लिस्ट में जोड़ा जाता है और आपके मुख्य चयन की मुख्य भूमिका होती है ।
Step-6 लिखित परीक्षा के बाद इंटरव्यू पास करे
यदि आपने प्रीलिम्स और मैन्स दोनों परीक्षा को पास कर लिया है तो आपको अगले चरण के लिए तैयार रहना होगा । यह अगला चरण इंटरव्यू यानी साक्षात्कार परीक्षा का होता है । एक परीक्षा में आपसे लिखित संबंधित किसी भी प्रकार के सवाल नहीं पूछे जाते हैं।
यह साक्षात्कार आपके गंभीरता और अन्य पर्सनैलिटी टेस्ट के लिए किया जाता है । जिससे कि इंटरव्यू लेने वाले यह सुनिश्चित कर पाते हैं कि क्या आप उस परीक्षा के लिए योग्य है या नहीं! इस परीक्षा से प्राप्त अंकों को भी मेरिट लिस्ट में जोड़ा जाता है जो कि आपका आईएएस बनने के लिए एक मुख्य भूमिका निभाता है ।
Step-7 LBSNAA में ट्रेनिंग करे
यदि आपने ऊपर बताई गई तीनों फेस को सफलतापूर्वक पास कर लिया है और आपका मेरिट लिस्ट में भी नाम आ गया है तो आपका आईएएस ऑफिसर बनने के लिए आपका नाम चयनित हो जाता है ।
अब आपको एक प्रभावशाली ऑफिसर बनने के लिए संबंधित विभाग के आयोग के द्वारा ट्रेनिंग जिसे हम लबसना कैंप के नाम से जाना जाता है उसमें दी जाती है । यह ट्रेनिंग पूरी करके आपको दे सेवा के लिए आपको योग्यता के अनुसार फील्ड लेवल की ट्रेनिंग दी जाती है।
आईएएस परीक्षा का प्रारूप (IAS Exam Format)
अब हम आपको इस परीक्षा का प्रारूप यानी एक्जाम फॉरमैट के बारे में बताने जा रहे हैं इसमें आपको विभिन्न तीन फॉर्मेट होते हैं जिसमें आपको प्रारंभिक परीक्षा मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार आदि सम्मिलित है।
- प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Examination)
- मुख्य परीक्षा (Main Examination)
- साक्षात्कार (Interview)
1) प्रारंभिक परीक्षा- Pre ( Preliminary Examination)
इसके लिए सबसे पहले आपको प्रारंभिक परीक्षा के बारे में बताते हैं इस परीक्षा में आपको सामान्य अध्ययन से जुड़े दो प्रश्न पत्र प्राप्त होते हैं जो की 200-200 अंक के होते हैं । परीक्षा में वस्तुनिष्ट प्रश्न आपसे पूछे जाते हैं यदि आप किसी भी सवाल का उत्तर गलत देते हैं तो उसमें एक तिहाई अंक की कटौती की जाती है।
इसलिए आपको प्रश्न के सही उत्तर की जानकारी हो तभी उसे प्रश्न का उत्तर देना चाहिए । क्योंकि अधिकांश लोगों को इन नंबर में होने वाले कटौती के कारण परीक्षा में असफलता मुंह देखना पड़ता है । जिससे की उनकी मेहनत व्यर्थ हो जाती है ।
- सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र I (वस्तुनिष्ठ) 200
- सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र II (वस्तुनिष्ठ)200
यह भी जाने-
2) आईएएस मुख्य परीक्षा-Mains (IAS Main Examination)
इस परीक्षा का प्रारंभिक चरण सफलतापूर्वक पास होने के बाद जिसे हम मैन्स के नाम से जानते हैं या फिर मुख्य परीक्षा के नाम से जानते हैं उसमें भाग लेने के लिए आपको आमंत्रित किया जाता है । जो भी पास हुआ लाभार्थी इस परीक्षा में भाग लेता है उसके लिए 250 से लेकर 300 अंक का निबंध संबंधित निबंधनात्मक जिसमें आपको जिस भी विषय का चयन आप करते हैं।
उसे विषय का आपका सबसे अधिक और सही ढंग से समझने के लिए लिखित परीक्षा देनी होती है । इस परीक्षा में प्राप्त किए गए अंक आपकी परीक्षा नियुक्त मेरिट लिस्ट में जोड़ते हैं ।
क्र०सं० | प्रश्न पत्र | अंक |
1. | सामान्य अध्ययन (प्रश्नपत्र –I) | 250 |
2. | सामान्य अध्ययन (प्रश्नपत्र –II) | 250 |
3. | सामान्य अध्ययन (प्रश्नपत्र –III) | 250 |
4. | सामान्य अध्ययन (प्रश्नपत्र –IV) | 250 |
5. | वैकल्पिक विषय (प्रश्नपत्र –I) | 250 |
6. | वैकल्पिक विषय (प्रश्नपत्र –II) | 250 |
7. | निबंध लेखन | 250 |
8. | अंग्रेज़ी (अनिवार्य) | 300 |
9. | भारतीय भाषा (अनिवार्य) | 300 |
3) IAS साक्षात्कार (Interview)
यदि अपने प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा दोनों सफलता रूप से प्राप्त करनी है तो आपको इस परीक्षा के अंतिम चरण यानी साक्षात्कार के लिए आमंत्रित किया जाएगा । इस परीक्षा में भाग लेने वाले का 275 अंक का इंटरव्यू दिया जाता है। जिसमें आप आपका पर्सनालिटी से लेकर आपके मेंटालिटी टेस्ट किया जाता है ।
परीक्षा का नाम | अंक |
साक्षात्कार | 275 |
आईएएस ऑफिसर की ट्रेनिंग कैसे होती है? (IAS Officer Training kaisi Hoti Hai?)
यूपीएससी के माध्यम से आयोजित किए जाने वाले एक परीक्षा से तीनों चरण को पास करने के बाद यदि किसी भी अभ्यर्थी का नाम मेरिट लिस्ट में आता है तो उसे आईएएस ऑफिसर बनने के लिए चुना किया जाता है । और इस मेरिट लिस्ट में जो भी अव्वल अभ्यर्थी को आईएएस रैंक प्रदान की जाती है । बाकी सभी अन्य पदों का वितरण उनकी सूची में स्थान के आधार पर किया जाता है ।
इन चयनित भारतीयों को प्रशिक्षण देने के लिए 2 साल के लिए लबसना (LBSNAA) भेजा जाता है जहां उन्हें अपने फील्ड से संबंधित प्रशिक्षण के साथ-साथ पर्याप्त ट्रेनिंग प्रदान की जाती है ।
आईएएस अधिकारी को मिलने वाली सैलरी व सुविधा (Allowances and Perks)
जब कोई भी अभ्यर्थी इस परीक्षा को उत्तीर्ण कर देता है तो वह आईएएस अधिकारी बन जाता है, और आपके मन में यह भी आ रहा होगा कि इस आईएएस अधिकारी को मिलने वाली सैलरी सुविधा क्या होती है तो वह हम आपको सभी विस्तार पूर्वक बता रहे । एक अनुमान के लगभग एक आईएएस अधिकारी को 56 हजारों से लेकर 250000 रुपए प्रति माह का वेतन प्राप्त होता है ।
सैलरी (Salary)
किसी भी अधिकारी को मिलने वाली टांका प्रतिमाह 56,000\- से लेकर 2,50,000 रुपए प्रतिमाह तक होती है ।
घर की सुविधा (Accommodation)
किसी भी इस अधिकारी की पोस्टिंग राज्य में होती है वहां पर वहां के प्रतिबंधित क्षेत्र में डुप्लेक्स बांग्ला प्रधान उसे राज्य के सरकार के द्वारा किया जाता है, जिला आयुक्त मुख्यालय में पोस्टिंग होने पर भी उन्हें यह लाभ प्रदान किया जाता है । किसी भी अधिकारी के पद के अनुसार उनको मिलने वाली सुविधा भी अलग-अलग होती है ।
परिवहन (Transportation)
एक आईएएस अधिकारी को आने-जाने के लिए कम से कम एक वाहन और इससे अधिक तीन सरकारी वाहन और उपवाहन के चालक की सुविधा दी जाती है । इसके साथ-साथ वहां का ईंधन एवं रखरखाव सरकार के द्वारा किया जाता है ।
आईएएस अधिकारी के कार्य एवं जिम्मेदारी (IAS Duty & Responsibility)
आईएएस (Indian Administrative Service) अधिकारियों की कार्य और जिम्मेदारियों का विस्तार से विवरण निम्नलिखित है:-
- शिस्तचार और सामाजिक न्याय: IAS अधिकारी समाज में शिस्तचार और सामाजिक न्याय को सुनिश्चित करने के लिए काम करते हैं। वे लोगों के सामाजिक हित को सुनिश्चित करने के लिए नीतियों को बनाते, अनिवार्यता कार्यवाही करते हैं, और विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का प्रबंधन करते हैं।
- शहरी और ग्रामीण विकास: IAS अधिकारी शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में विकास की प्रक्रिया को प्रबंधित करते हैं। उन्हें सामाजिक और आर्थिक स्थितियों को सुधारने के लिए सरकारी योजनाओं को लागू करना और समस्याओं का समाधान ढूंढना होता है।
- जिला प्रशासन: IAS अधिकारी जिले के प्रशासनिक और न्यायिक कार्यों का प्रबंधन करते हैं। वे जिले के विभिन्न क्षेत्रों में काम करते हैं, जैसे कि शिक्षा, स्वास्थ्य, पुलिस, और अन्य सेवाओं का प्रबंधन करते हैं।
- कानून और क्रिमिनल न्याय: IAS अधिकारी न्याय विभाग में भी काम कर सकते हैं, जहां वे क्रिमिनल न्याय से संबंधित काम करते हैं, जैसे कि अपराधों की जांच और सुनवाई का प्रबंधन।
- लोक प्रशासन: IAS अधिकारी लोक प्रशासन में अपनी विशेषज्ञता का प्रयोग करते हैं, जैसे कि चुनाव प्रबंधन, लोकतंत्रिक प्रक्रियाओं का पालन, और सरकारी सेवाओं की प्रबंधन में।
- पॉलिसी निर्माण: IAS अधिकारी सरकारी नीतियों और कार्यक्रमों के विकास में भी सहायक होते हैं। वे नई नीतियों का अनुसरण करते हैं और उन्हें प्राकृतिक, सामाजिक, और आर्थिक परिस्थितियों के आधार पर समीक्षा करते हैं।
- प्रबंधन और नियुक्तियाँ: IAS अधिकारी अपने क्षेत्रों में कार्यरत अफसरों को नियुक्त करते हैं और सरकारी संगठनों का प्रबंधन करते हैं।
- संवाद और संचालन: IAS अधिकारी अक्सर लोगों के साथ संवाद करते हैं और समस्याओं के समाधान के लिए संचालन कार्यक्रम चलाते हैं।
इसके अलावा, आईएएस अधिकारियों को सरकार के निर्णयों को अनुसरण करने और सरकारी प्रोजेक्ट्स को सफलतापूर्वक पूरा करने की जिम्मेदारी भी होती है। उन्हें समाज की सेवा में काम करते हुए देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होती है।
आईएएस अधिकारी के पदो के नाम (Post Name of IAS)
आईएएस (Indian Administrative Service) अधिकारियों को विभिन्न पदों पर तैनात किया जाता है, और उन्हें उनके कार्यक्षेत्र के आधार पर विभिन्न प्रबंधन और प्रशासनिक कार्यों की जिम्मेदारियां सौंपी जाती हैं। निम्नलिखित कुछ मुख्य IAS पदों का उल्लेख किया जा रहा है:-
- डिप्टी कमिशनर और कलेक्टर (Deputy Commissioner and Collector): यह पद जिले के प्रशासनिक प्रमुख के रूप में काम करता है और जिले के विकास और प्रशासन के लिए जिम्मेदार होता है।
- सड़क परिवहन निगम (Road Transport Commissioner): इस पद का उद्देश्य सड़क परिवहन और यातायात के क्षेत्र में निगमों का प्रबंधन करना होता है।
- महापालिका आयुक्त (Municipal Commissioner): यह पद नगर पालिका या नगर निगम के प्रमुख प्रशासनिक अधिकारी के रूप में काम करता है और नगर के विकास और प्रशासन को सुनिश्चित करता है।
- रिवेन्यू कमिशनर (Revenue Commissioner): इस पद का उद्देश्य भूमि और उपभोक्ता करों के क्षेत्र में राजस्व के प्रबंधन को सुनिश्चित करना होता है।
- वित्त सचिव (Finance Secretary): यह पद वित्त मंत्रालय के निर्णयों का अनुसरण करता है और सरकारी वित्तों के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार होता है।
- शिक्षा प्रमुख (Education Secretary): इस पद का उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में नीतियों का अनुसरण करना और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार करना होता है।
- स्वास्थ्य सचिव (Health Secretary): यह पद स्वास्थ्य और परिवार कल्याण के क्षेत्र में नीतियों का पालन करता है और स्वास्थ्य सेवाओं के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार होता है।
- विदेश सेवा (Indian Foreign Service – IFS): कुछ IAS अधिकारी विदेश सेवा में भी जाते हैं और भारत के विदेश में दूतावासों में काम करते हैं।
आईएएस अधिकारी की शक्ति (पॉवर) व अधिकार (Power of IAS Officer)
आईएएस (Indian Administrative Service) अधिकारियों को भारत सरकार के विभिन्न प्रशासनिक पदों पर तैनात किया जाता है, और उन्हें कई शक्तियाँ और अधिकार प्राप्त होते हैं। निम्नलिखित हैं कुछ मुख्य आईएएस अधिकारियों की शक्तियाँ और अधिकार:
- कार्यान्वयन और प्रशासनिक निर्णय: आईएएस अधिकारियों का मुख्य कार्य विभिन्न प्रशासनिक कार्यों का कार्यान्वयन करना है। वे नीतियों को लागू करते हैं, प्रशासनिक निर्णय लेते हैं, और विभिन्न प्रकार के प्रशासनिक मुद्दों का समाधान करते हैं।
- विभागीय प्रबंधन: IAS अधिकारियों को विभिन्न सरकारी विभागों के प्रमुख प्रशासनिक अधिकारी के रूप में तैनात किया जाता है। वे विभाग के कार्यक्रमों की निगरानी करते हैं, विभाग के बजट का प्रबंधन करते हैं, और संगठन के कार्यों को सुनिश्चित करते हैं।
- न्यायिक अधिकार: IAS अधिकारियों को कुछ न्यायिक कार्यों का अधिकार भी होता है, जैसे कि क्रिमिनल न्याय के मामलों के समय न्यायिक कार्यवाही का प्रबंधन करना।
- लोक सेवा: आईएएस अधिकारी लोगों की सेवा में काम करने के लिए प्रतिबद्ध होते हैं और उन्हें लोगों के समस्याओं का समाधान करने और सरकारी सेवाओं को बेहतर बनाने का काम करना होता है।
- वित्तीय प्रबंधन: IAS अधिकारियों को सरकारी वित्तों का प्रबंधन करने का अधिकार भी होता है, और वे सरकारी वित्त और बजट की निगरानी करते हैं।
- सरकारी नीतियों का प्रबंधन: IAS अधिकारियों को सरकार की नीतियों के प्रबंधन का कार्य करना होता है और वे नई नीतियों का अनुसरण करते हैं, और उन्हें प्राकृतिक, सामाजिक, और आर्थिक परिस्थितियों के आधार पर समीक्षा करते हैं।
- संवाद और संचालन: IAS अधिकारियों को अक्सर लोगों के साथ संवाद करना होता है और समस्याओं के समाधान के लिए संचालन कार्यक्रम चलाना होता है।
यहाँ दिए गए अधिकार और शक्तियाँ केवल एक आईएएस अधिकारी के कार्यक्षेत्र के आधार पर अलग-अलग हो सकती हैं, और इनमें से कुछ अधिकार विशिष्ट पदों पर हो सकते हैं।
एक मुख्य बात और ध्यान में रख लीजिए कि एक आईएएस ऑफिसर को निलंबन की शक्ति केवल राष्ट्रपति के पास ही होती है । किसी भी इस अधिकारी को या तो प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री केवल उसका स्थानांतरित कर सकता है उसे निलंबन करने का अधिकार उसके पास नहीं होता है ।
सवाल-जवाब
IAS बनने के लिए क्या क्या पढ़ना पड़ता है?
करने के लिए आपको सबसे पहले यूपीएससी की एग्जाम के तीनों चरण को बात करना होगा इसके बाद आप लिए परीक्षा में चयन होते हैं ।
12वीं के बाद IAS के लिए कितने साल का समय लगता है?
यह सब आपकी इच्छा और परेशान के आधार पर से होता है कि आपको आईएएस ऑफिसर बनने में कितना समय लगता है ।
12वीं के बाद IAS के लिए कौन सा ग्रेजुएशन बेस्ट है?
आप किसी भी विषय में ग्रेजुएशन प्राप्त कर सकते हैं बस आपको यह ध्यान रखना है कि आपको उसे विषय में बेसिक फंडामेंटल प्लेयर होना चाहिए ।
1 साल में कितने आईएएस चुने जाते हैं?
यह भारत सरकार के द्वारा आधारित होता है कि एक वर्ष में कितने आईएएस ऑफिसर को चुना जाना है ।
निष्कर्ष (Conclusion)
इस तरह से ऊपर बताई गई प्रक्रिया को फॉलो करके आप आसानी से जान जाओगे कि आईएएस ऑफिसर कैसे बने? और इसके लिए किन-किन बातों को ध्यान में रखेंगे जिससे कि आप इस परीक्षा में पास होकर आप भी इस बहुपति स्थित परीक्षा को पास कर सको ।
अगर आपको अभी भी इस परीक्षा से संबंधित या इससे जुड़े किसी भी प्रकार के आपके मन में सवाल है तो नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करें कि हम आपकी समस्या का निर्माण करेंगे ।
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