हाथी और रस्सी की कहानी: वैसे तो अपने पंचतंत्र से जुड़ी कई कहानियां सुनी होगी जो की नैतिक शिक्षा से परिपूर्ण होती है जिससे शिक्षा और मनोरंजन दोनों प्राप्त होता है । आज हम आपको एक ऐसी ही ज्ञानवर्धक हाथी और रस्सी की कहानी के बारे में बताने वाले हैं ।
इस हिंदी कहानी को पूरा पढ़कर आप जान जाओगे कि इस कहानी में आपको कौन सी नैतिक शिक्षा अच्छी लगी है और कौन से शिक्षा आप अपने जीवन में उतरोगे ।
तो आईए जानते हैं हाथी और रस्सी की इस अनोखी कहानी के बारे में । अगर यह कहानी आपको अच्छी लगी है तो अपने मित्रों को जरुर शेयर करना और इस कहानी को अपने आसपास के लोगों को भी जरूर सुनना ।
हाथी और रस्सी की कहानी के बारे में
कहानी का शीर्षक | हाथी और रस्सी की कहानी |
कहानी के पात्र | हाथी |
विषय | आत्मविश्वास |
भाषा | हिदी |
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हाथी और रस्सी की कहानी
एक समय की बात है, एक गाँव में एक बड़ा ही मोटा हाथी रहता था। हाथी का नाम गणेश था। गणेश के बड़े बड़े दांत थे और वह बहुत शरारती था। वह अकेला ही गाँव की फसलों को नष्ट कर देता था और लोगों के घरों को भी तबाह कर देता था।

गाँव के लोग परेशान हो गए और वे एक मंत्री से मिलकर उनसे हाथी से छुटकारा पाने के उपाय की सलाह मांगी। मंत्री ने सोचा और फिर उन्होंने एक चालाकी से योजना बनाई।
मंत्री ने गाँव के लोगों से कहा, “हमें हाथी को गाँव के बाहर ले जाना होगा। और हमें एक बड़ी सी रस्सी बाँधनी होगी जिसे हाथी बांधकर उसे बाहर खींच लेकर जाना होगा।”
गाँव के लोगों ने मंत्री की सलाह मान ली और वे बड़ी सी रस्सी बाँध ली। फिर उन्होंने हाथी के पास जाकर अपनी बात कही, “हे गणेश, आप इस रस्सी को देखकर क्या कहते हैं? क्या आप इसे खींच सकते हैं?”
गणेश, जो बहुत ही आत्मविश्वासी था, तुरंत हाँ कर दिया और रस्सी को अपने दांतों से पकड़ लिया। लेकिन जैसे ही वह रस्सी को खींचने लगा, वह जान गया कि उसका प्याला गिर गया है।
गणेश की हाथी की ताक़त थी, लेकिन उसके सामने यह बड़ी सी रस्सी नहीं टिक पाई। गणेश ने रस्सी को छोड़ दिया और डरकर गाँव भाग गया।
गाँव के लोग बड़ी खुश थे क्योंकि उन्होंने हाथी को गाँव से बाहर निकाल दिया था। इसके बाद से गणेश गाँव के पास नहीं जाता था और लोगों की फसलों को छोड़ दिया।
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि बड़ा भी हो, आत्मविश्वास के बिना कुछ भी असंभव हो सकता है। आपको चाहिए कि आप आपकी ताक़त को सही तरीके से प्रयोग करें और अपनी गर्मी को बिना सोचे समझे नहीं खोते।
यह कहानी हमें क्या सिखाती है?
“हाथी और रस्सी” कहानी हमें कई महत्वपूर्ण सिख देती हैं।
- आत्मविश्वास का महत्व: हाथी ने अपने आत्मविश्वास में बहुत अधिक भरोसा किया, लेकिन उसका आत्मविश्वास गलत स्थान पर था। इससे हमें यह सिखने को मिलता है कि आत्मविश्वास का महत्व है, लेकिन यह भी महत्वपूर्ण है कि हम अपनी क्षमताओं और हाथ में आने वाले कार्य को सही तरीके से मान्यता दें।
- चालाकी का महत्व: मंत्री ने चालाकी से योजना बनाई और हाथी को धोका दिया। हमें यह सिखने को मिलता है कि जीवन में कई बार हमें चालाकी और समझदारी से काम करने की आवश्यकता होती है।
- हमेशा तयबी रूप से सोचें: हाथी ने बिना सोचे समझे रस्सी को पकड़ लिया, लेकिन उसने उसकी ताक़त को गलत जगह प्रयोग किया। हमें हमेशा अपने कार्यों को तयबी रूप से सोचकर करना चाहिए।
- सही तरीके से उपयोग करना: यह कहानी हमें यह भी सिखाती है कि हमारे पास सामग्री होने के साथ-साथ, हमें उनका सही तरीके से उपयोग करना भी आना चाहिए।
इस कहानी के माध्यम से हमें यह समझाया जाता है कि आत्मविश्वास महत्वपूर्ण है, लेकिन वह आत्मविश्वास सही दिशा में और सही तरीके से प्रयोग करना भी जरूरी है।
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हाथी और रस्सी की कहानी से जुड़े सवाल जवाब
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इस कहानी में हाथी का क्या नाम था प्रश्न वाचक चिन्ह
इस कहानी में हाथी का नाम गणेश था ।
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इस कहानी से हमने क्या सिखा?
यह कहानी हमें आत्मविश्वास के बारे में सिखाती है ।
इस कहानी को जरुर शेयर कीजिये
अब आप इस कहानी हाथी और रस्सी की को पूरा पढ़ कर इससे मिलने वाली नैतिक शिक्षा अपने जीवन में जरूर उठाना । इस कहानी से मिलने वाली मुख्य शिक्षा आत्म विश्वास जो कि हर इंसानों को जीवन में आगे बढ़ाने के लिए बहुत आवश्यक है ।
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