आज की इस पोस्ट में हम हिंदू कैलेंडर के महीनों के नाम और उन माह के में आने वाले त्योहारों की सूची की जानकारी इस पोस्ट के माध्यम से जानेंगे। और इसके साथ-साथ हिंदू कैलेंडर के 12 महीने में के नाम कौन-कौन से हैं? और उन त्योहारों उन महीनों में कौन-कौन से त्योहार मनाए जाते हैं? और इन महीनों में कौन कौन सी ऋतुए होती है।
जैसे सभी प्रकार की जरुरी जानकारी आपको इस आर्टिकल के माध्यम से जानने को मिल जाएगी। इस आर्टिकल के माध्यम से आप hindi months name और उससे संबंधित जो भी जरूरी जानकारी होगी आपको इस लेख के माध्यम से संपूर्ण ज्ञान उपलब्ध हो जाएगा।

जिससे कि आप का hindu calendar months name in hindi से संबंधित ज्ञान का स्तर बढ़ जाएगा। तो हमारे साथ ही साथ के साथ अंत तक बने रहिए।
- हिन्दू कैलेंडर क्या होता है?
- हिन्दू कैलेंडर के 12 महीने कौन कौन से हैं?
- हिन्दू कैलेंडर के महीनों में आने वाली ऋतुओ के नाम
- हिन्दू कैलेंडर के महीनों के नाम, महत्व और आने वाले त्योहार | Hindu Calendar Mahino ke Naam
- 12 महीनों के नाम हिंदी और इंग्लिश में
- हिन्दू कैलेंडर से सम्बंधित सवाल-जवाब
हिन्दू कैलेंडर क्या होता है?
जैसे कि आप जानते हैं कि हमारे भारत देश में प्राचीन समय से समय को मापने के लिए हिंदू कैलेंडर का उपयोग होता रहा है। भारत में पंचांग के द्वारा ही हिंदू कैलेंडर का निर्माण किया जाता है।
लेकिन समय के साथ-साथ भारत के भारत कई हिस्सों में विभाजित होते गया इसके फलस्वरूप कैलेंडर में भी कई बदलाव हुए हैं। अभी वर्तमान समय में क्षेत्रीय कैलेंडर बन गए हैं।
जैसे पंजाबी कैलेंडर, बंगाली कैलेंडर, ओड़िया, मलायल्लम, तमिल, कन्नड़, तुलु, महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश आदि का निर्माण हो चुका है। विक्रम संवत भी एक कैलेंडर है। हर कैलेंडर एक अपने आप में एक छोटी चीज जो किसी अन्य कैलेंडर की तुलना में भिन्न होती है।
लेकिन इन सभी कैलेंडर के अंदर 12 महीने होते हैं। उनमें महीनो नाम भी एक जैसे ही होते हैं, कैलेंडर सौर और चंद्र दोनों कैलेंडर में की सहायता से मिलकर बना होता है। और यह खगोल विज्ञान और धर्म पर आधारित है।
हिंदू धर्म का कैलेंडर में अंग्रेजी कैलेंडर की तरह ही इसमें 12 महीने होते हैं। जिसमें लगभग 30 से 31 दिन महीने के होते हैं। और महीने में 2 पखवाड़े 15-15 दिन के होते हैं। जिसने ढलते चांद के बाद अमावस्या आती है, वही प्रकाश में चांद के बाद पूर्णिमा का आगमन होता है। अंग्रेजी कैलेंडर में महीना का पहला दिन अलग-अलग कैलेंडर के हिसाब से अलग-अलग होता है।
हिन्दू कैलेंडर के 12 महीने कौन कौन से हैं?
जैसे अंग्रेजी कैलेंडर में 12 महीने (जनवरी, फरवरी, मार्च, अप्रैल, मई, जून, जुलाई, अगस्त, सितंबर, अक्टूबर, नवंबर, दिसंबर) वही हिंदू कैलेंडर में भी 12 महीने होते हैं लेकिन उनमें 12 महीने के नाम अलग होते हैं जैसे कि (चैत्र, वैशाख, ज्येष्ठ, आषाढ़, सावन, भादो, अश्विन, कार्तिक, अगहन, पौष, माघ और फागुन) महीने शामिल है।
इन महीनों में अलग-अलग त्योहार, पर्व और जयंती आती हैं, और यह महीने राशि के हिसाब से होते हैं। नीचे हम आपको इनके हिंदू कैलेंडर के अंतर्गत आने वाले महीने और उससे जुड़ी सभी जानकारी आपको बताने वाले हैं।
S.No | हिन्दू पंचाग के माह के नाम |
1 | चैत्र (Caitra) |
2 | बैसाख (Vaisakha) |
3 | जयेष्ट (Jyaistha) |
4 | अषाढ़ (Asadha) |
5 | श्रावण (Sravana) |
6 | भाद्रपद (Bhadra) |
7 | अश्विन (Asvina) |
8 | कार्तिक (Kartika) |
9 | अगहन (Agrahayana) |
10 | पौष (Pausa) |
11 | माघ (Magha) |
12 | फाल्गुन (Phalguna) |
13 | पुरषोत्तम माह (अधिक मास) [232 महीने 16 दिन के बाद आता है।] |
हिन्दू कैलेंडर के महीनों में आने वाली ऋतुओ के नाम
वैसे तो हिंदू कैलेंडर के हिसाब से ऋतुओ का आकलन 6 तरीके से किया गया है। इस कैलेंडर के अनुसार ऋतु के नाम इस प्रकार से है, जिसमें बसंत ऋतु, ग्रीष्म ऋतु, वर्षा ऋतु, शरद ऋतु, हेमंत ऋतु और शिशिर शीत ऋतुए आदि शामिल है।
S.No | ऋतुओ के नाम | हिंदी माह में | अंग्रेजी माह में |
1. | वसंत ऋतू (स्प्रिंग(spring) | चैत्र से वैशाख | मार्च और अप्रैल |
2. | ग्रीष्म ऋतू (Summer) | ज्येष्ठ से आषाढ़ | अप्रैल से जून |
3. | वर्षा ऋतू (Rainy) | आषाढ़ से सावन | जून और अगस्त |
4. | शरद ऋतू (Autumn) | भाद्रपद से आश्विन | अगस्त से अक्टूबर |
5. | हेमंत ऋतू (Hemat, Pre Winter) | कार्तिक से पौष | अक्टूबर से दिसम्बर |
6. | शिशिर/शीत ऋतू (Winter) | माघ से फाल्गुन | दिसम्बर से फरवरी |
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हिन्दू कैलेंडर के महीनों के नाम, महत्व और आने वाले त्योहार | Hindu Calendar Mahino ke Naam
अब हम आपको हिंदू कैलेंडर के अंतर्गत आने वाले जितने भी महीने होते हैं, उन महीनों के नाम और महीनों के महत्व और आने वाले त्योहारों की जानकारी महीने के हिसाब से उपलब्ध करवाने वाले हैं।

जिसके अनुसार आप यह जान जाओगे कि किस माह के अंदर कौन सा त्यौहार, पर्व, उत्सव और व्रत आते हैं। इससे संबंधित सभी जानकारी आपको उपलब्ध होने वाली है तो इस जानकारी को आगे पढ़ना जारी रखें।
1. चैत्र (Caitra)
हिंदू धर्म के अनुसार सबसे पहला महीना चैत्र मास का होता है। इसे मधुमास के नाम से भी जाना जाता है। इस महीने से गर्मी मौसम की शुरुआत होती है। और गर्मी कैलेंडर के अनुसार यह मार्च-अप्रैल महीने में पड़ता है।
यह महीना मेष राशि वालों के लिए होता है। बंगाली और नेपाली कैलेंडर के अनुसार क्षेत्र साल का आखिरी महीना होता है। चैत्र माह के 15 दिन पहले होली का त्यौहार मनाया जाता है। और चैत्र माह के प्रथम दिन महाराष्ट्र में गुड़ी पड़वा का त्यौहार तमिलनाडु में चैत्री विशु और कर्नाटक एवं आंध्र प्रदेश में उगडी त्यौहार नाम का जश्न मनाया जाता है।
और हमारे उत्तर और मध्य भारत में चैत्र के पहले दिन से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत होती है, और नवमी के दिन श्री राम जन्मोत्सव रामनवमी के नाम से बनाया जाता है। इस माह के आखरी पूर्णिमा के दिन श्री हनुमान जयंती मनाई जाती है।
चैत्र के महीने में आने वाले त्योहार
इस माह के अंतर्गत आने वाले कौन-कौन से त्योहार होते हैं उसे संबंधित जानकारी बताने वाले हैं।
S.No | चैत्र माह त्यौहार, पर्व, और उत्सव के नाम |
1 | बसोड़ा, चैत्र पूर्णिमा |
2 | पापमोचिनी एकादशी |
3 | गुडी पड़वा (हिन्दू नववर्ष) |
4 | चैत्र नवरात्र, राम नवमी, हनुमान जयंती |
2. बैसाख (Vaisakha)
अब हम हिंदू कैलेंडर के दूसरा महीना यानी वैशाख महीने के बारे में जान रहे हैं। यह महीना अंग्रेजी कैलेंडर के अप्रैल-मई के मध्य में आता है। पंजाब में वैशाखी की कटाई का त्यौहार इसी महीने में मनाया जाता है।
वैशाखी के महीने को पंजाब में बहुत पवित्र माना जाता है। इसलिए इस दिन इस पूरे महीने में स्नान दान जैसी अनुष्ठान किए जाते हैं। और यह वृषभ राशि के लिए इस महीना को माना जाता है।
नेपाली पंजाबी एवं एवं बंगाली कैलेंडर का यह प्रथम महीना होता है। इस महीने में सूर्य की स्थिति विशाखा तारे के पास होती है। वैशाख आने पर बंगाली न्यू ईयर मनाया जाता है।
इसके साथ ही बांग्लादेश एवं पश्चिम बंगाल में इस समय लोग किसी भी नए काम की शुरुआत करने के लिए इस महीने को शुभ मानते हैं। इस महीने में आने वाले मुख्य त्योहार वैशाखी पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा जैसे मुख्य त्यौहार एवं जन्म उत्सव मनाया जाते हैं।
बैसाख के महीने में आने वाले त्योहार
नीचे हम आपको वैशाख माह के अंतर्गत आने वाले जितने भी त्यौहार है, उसके लिए सूची हम उपलब्ध करवा रहे हैं।
S.No | बैसाख माह त्यौहार, पर्व, और उत्सव के नाम |
1 | नेपाली, पंजाबी एवं बंगाली का नया वर्ष |
2 | बुद्ध पूर्णिमा |
3 | परशुराम जयंती |
4 | बैसाखी |
3. जयेष्ट (Jyaistha)
अब हम हिंदू कैलेंडर के तीसरे माह के बारे में जान रहे हैं। यह महीना अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार मई-जून में पड़ता है। और ज्येष्ठ का महीना अत्यधिक गर्म होता है। इस महीने में भी कई त्योहार मनाए जाते हैं। सूर्य के तापमान के कारण इस महीने का नाम जयेष्ट रखा गया है। और यह मिथुन राशि वालों का महीना होता है। इस महीने की अमावस्या के दिन शनि जयंती और दशमी के दिन गंगा दशहरा जैसे मुख्य त्यौहार मनाए जाते हैं।
जयेष्ट के महीने में आने वाले त्योहार
जेष्ठ माह के मैं आने वाले जितने भी त्यौहार एवं जयंती आती है उनकी जानकारी निजाम टेबल के माध्यम से आप को उपलब्ध करवा रहे हैं।
S.No | ज्येष्ठ माह त्यौहार, पर्व, और उत्सव के नाम |
1 | शनि जयंती |
2 | गंगा जयंती |
3 | निर्जला एकादशी |
4 | वट पूर्णिमा |
4. अषाढ़ (Asadha)
अब हम हिंदू मास के चौथा महीने अषाढ़ माह के बारे में जानकारी प्राप्त कर रहे हैं, यह महीना अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार जून-जुलाई में पड़ता है। तमिल भाषा में इस महीने को आदि नाम से जाना जाता है।
आषाढ़ के महीने की पूर्णिमा को हम गुरु पूर्णिमा के रूप में बनाते हैं। इस महीने में देवशयनी एकादशी भी आती है। और तमिलनाडु में आदि अमावस्या का बहुत विशेष महत्व माना जाता है। आषाढ़ महीने में अन्य माह की तुलना में कम त्यौहार आते हैं। क्योंकि इस महीने मान्यता के अनुसार देवशयनी एकादशी की है जिसमें कोई से भी शुभ कार्य जैसे विवाह कार्य नहीं किए जाते हैं।
अषाढ़ के महीने में आने वाले त्योहार
नीचे टेबल के माध्यम से हम आपको आषाढ़ माह के अंतर्गत आने वाले त्योहारों की जानकारी उपलब्ध करवा रहे हैं। जिसे आप विस्तार पूर्वक पढ़िए।
S.No | अषाढ़ माह त्यौहार, पर्व, और उत्सव के नाम |
1 | गुरु पूर्णिमा |
2 | देवशयनी एकादशी |
3 | वर्षा ऋतू |
4 | आषाढ़ी एकादशी |
5. श्रावण (Sravana)
अब हम हिंदू कैलेंडर के पांचवें महीने श्रवण माह के बारे में जानकारी प्राप्त कर रहे हैं, यह अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार महीना जुलाई-अगस्त में पड़ता है। और हिंदू पंचांग के अनुसार सावन का महीना सबसे पवित्र होता है।
इसमें पूरा महीने शिवजी की पूजा की जाती है, और यह सिंह राशि वालों के लिए काफी अच्छा माना जाता है। सावन का महीना के में कई त्यौहार आते हैं। पूरा महीना शिवजी की पूजा को समर्पित होता है।
तमिल भाषा में इसे अवनी कहते हैं, जब सूर्य सिंह राशि में आता है, तब सावन महीने की शुरुआत होती है। कई हिंदू सावन माह में पूरे 30 दिन का व्रत रखते हैं। तो कई हर सावन सोमवार का व्रत रखते हैं।
सावन की पूर्णिमा को पूरे देश में रक्षाबंधन का पर्व मनाते है। और पूर्णिमा के 8 दिन बाद श्री कृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई जाती है। सावन मास की अमावस्या के 5 दिन बाद नाग पंचमी का त्यौहार मनाते हैं।
श्रावण के महीने में आने वाले त्योहार
सावन मास के अंतर्गत आने वाले जितने भी त्यौहार और पर्व है उसकी जानकारी हम नीचे आपको टेबल के माध्यम से उपलब्ध करवाने जा रहे हैं जिसे आप पढ़िए।
S.No | श्रावण माह त्यौहार, पर्व, और उत्सव के नाम |
1 | रक्षाबंधन |
2 | नाग पंचमी |
3 | हरियाली तीज |
4 | श्रवण पूर्णिमा |
6. भाद्रपद (Bhadra)
अब हम हिंदू कैलेंडर के छठे महीने के बारे में जान रहे। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार अगस्त-सितंबर के महीने में पड़ता है। इसी महीने गणेश चतुर्थी जैसे अन्य त्योहार मनाए जाते हैं।
भादो महीने से भी सभी प्रकार के त्यौहार की शुरुआत मानी जाती है। इस महीने को भादो या पुरातासी भी कहते हैं। इस महीने में हरतालिका तीज, ऋषि पंचमी, राधा अष्टमी, चौदस के दिन अनंत चतुर्दशी 15 दिन पितृपक्ष जैसे अनुष्ठान और त्यौहार मनाए जाते हैं।
भाद्रपद के महीने में आने वाले त्योहार
भाद्रपद यानी भादो महीने में आने वाले जितने भी त्यौहार और पर्व है, उसकी जानकारी नीचे आपको टेबल के माध्यम से हम उपलब्ध करवाने वाले हैं।
S.No | भाद्रपद माह त्यौहार, पर्व, और उत्सव के नाम |
1 | गणेश चतुर्थी |
2 | आनंद चौदस |
3 | हरतालिका तीज, ऋषि पंचमी |
4 | पितृपक्ष |
7. अश्विन (Asvina)
अब हम हिंदू कैलेंडर के सातवें महीने आश्विन माह के बारे में जानकारी जान रहे। यह महीना अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार सितंबर-अक्टूबर में पड़ता है। इस माह में मुख्य त्योहार जैसे नवरात्रि, विजयदशमी, दिवाली आदि जैसे त्योहारों का आगमन होता है। इस महीने को कुआं मीणा भी कहते हैं। और इस महीने में सबसे अधिक पर्व होने के कारण ज्यादा छुट्टियां पड़ती है।
अश्विन के महीने में आने वाले त्योहार
नीचे हम टेबल के माध्यम से अश्विन माह में आने वाले जितने भी त्यौहार और पर्व है, और उनके महत्व इनकी जानकारी नीचे में को टेबल के माध्यम से उपलब्ध करवाने जा रहे हैं।
S.No | अश्विन माह त्यौहार, पर्व, और उत्सव के नाम |
1 | नवरात्री, दुर्गा पूजा |
2 | विजयदशमी |
3 | काली पूजा |
8. कार्तिक (Kartika)
अब हम हिंदू कैलेंडर के आठवें माह यानी कार्तिक माह के बारे में जान रहे हैं। यह अंग्रेजी महीने के अनुसार अक्टूबर-नवंबर में पड़ता है। इस महीने में दिवाली के दूसरे दिन से इस माह की शुरुआत होती है।
जिसमें गोवर्धन पूजा, भाई दूज, देवउठनी ग्यारस जैसे त्यौहार मनाते हैं। देवउठनी ग्यारस को हम तुलसी विवाह के नाम से भी जानते हैं। इस दिन किसी भी शुभ कार्य करने की शुरुआत की जाती है। इसी महीने सिख धर्म का सबसे मुख्य त्यौहार गुरु नानक जयंती भी आता है।
कार्तिक के महीने में आने वाले त्योहार
कार्तिक माह के अंतर्गत आने वाले जितने भी त्यौहार है, उसकी सूची हम नीचे आपको उपलब्ध करवा रहे हैं। जिसे आप पढ़कर इस माह के अंतर्गत आने वाले त्योहारों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
S.No | कार्तिक माह त्यौहार, पर्व, और उत्सव के नाम |
1 | दीपावली, धनतेरस |
2 | गोवर्धन पूजा |
3 | भाई दूज |
4 | देवउठनी ग्यारस (तुलसी विवाह) |
5 | गुरु नानक जयंती |
9. अगहन (Agrahayana)
अब हम हिंदू कैलेंडर के नौवें महीने अगहन यानी मार्गशीर्ष माह के बारे में जानकारी पढ़ रहे हैं, जो अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार नवंबर-दिसंबर में पड़ता है। इस महीने में मोक्ष एकादशी का पर्व मनाया जाता है। और भी कई त्योहार इस महीने में मनाई जाती है जिसकी जानकारी नीचे आपको टेबल के माध्यम से प्राप्त हो जाएगी।
अगहन के महीने में आने वाले त्योहार
निचे टेबल के माध्यम से हम आपको अगहन में जितने भी त्यौहार आते हैं उन त्योहारों की जानकारी उपलब्ध करवाने वाले हैं।
S.No | अगहन माह त्यौहार, पर्व, और उत्सव के नाम |
1 | मोक्ष एकादशी (वैकुण्ठ एकादशी) |
2 | श्रीदत्त जयंती |
3 | शंख की पूजा |
4 | श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप की पूजा |
10. पौष (Pausa)
अब हम हिंदू मास के दसवें महीने पौष माह के बारे में पढ़ रहे। यह महीना अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार दिसंबर-जनवरी के मध्य पड़ता है। यह मास में सबसे अधिक ठंड का महीना होता है। इस महीने में ही प्रसिद्ध त्योहार मकर सक्रांति, लोहड़ी जैसे कई मुख्य त्योहारों पर्व मनाए जाते हैं। यह मकर राशि के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
पौष के महीने में आने वाले त्योहार
पौष माह के भीतर जितने भी त्यौहार और पर्व आते हैं, उसकी लिस्ट आपको टेबल के माध्यम से उपलब्ध करवाई जा रही है जिसे पढ़िए।
S.No | पौष माह त्यौहार, पर्व, और उत्सव के नाम |
1 | मकर सक्रांति |
2 | लोहड़ी |
3 | सूर्य उपासना |
4 | – |
11. माघ (Magha)
अब हम हिंदू कैलेंडर में आने वाले 11वीं मास यानी माघ माह के बारे में जानकारी प्राप्त कर रहे हैं, जो अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार जनवरी-फरवरी में आता है। इसी महीने में सबसे प्रमुख बसंत पंचमी, महाशिवरात्रि जैसे मुख्य त्योहारों को मनाया जाता है।
यह कुंभ राशि के महीने के नाम से भी जाना जाता है। इस महीने विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा भी की जाती है। और उत्तरी भारत में माघ का मेला के रूप में बड़ा उत्सव भी मनाया जाता है।
माघ के महीने में आने वाले त्योहार
माघ माह के अंतर्गत आने वाले जितने भी त्यौहार पर और उत्सव है, उनकी जानकारी नीचे आपको टेबल के माध्यम से उपलब्ध करवाई जा रही है जिसे पड़े और फॉलो कीजिए।
S.No | माघ माह त्यौहार, पर्व, और उत्सव के नाम |
1 | बसंत पंचमी |
2 | महाशिवरात्रि |
3 | माघ का मेला |
4 | कुंभ संक्रांति |
12. फाल्गुन (Phalguna)
अब हम हिंदू धर्म के सबसे आखिरी महीने फाल्गुन माह के बारे में जानकारी प्राप्त कर रहे। यह महिलाएं अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार फरवरी-मार्च के मध्य आता है। इस माह से गर्मी की शुरूआत मानी जाती है। फाल्गुन मास की पूर्णिमा के दिन रंगों का त्योहार होली बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। यह मीन राशि के लिए होता है। इस मास को फागू नाम से भी जानते हैं।
फागुन के महीने में आने वाले त्योहार
फागुन मां के अंतर्गत आने वाले जितने भी त्यौहार पर वह सब होते हैं उसकी जानकारी दीजिए हम आपको उपलब्ध करवाने जा रहे जिसे अपड़िए।
S.No | फागुन माह त्यौहार, पर्व, और उत्सव के नाम |
1 | होली |
2 | मौनी अमावस्या |
3 | वसंत ऋतू की शुरुआत |
4 | कालाष्टमी व्रत |
13. पुरषोत्तम माह (अधिक मास)
वैसे तो किसी भी कैलेंडर में 12 महीने से अधिक देने नहीं होते हैं। लेकिन हिंदू धर्म के अनुसार जब भी किसी वर्ष किसी तिथि के कारण एक अधिक मास होता है, तो उसे हम पुरुषोत्तम माह के नाम से जानते हैं। 232 महीने 16 दिन के बाद आता है। अधिक मास का हिंदू धर्म में बहुत बड़ा महत्व होता है।
12 महीनों के नाम हिंदी और इंग्लिश में
वैसे तो आप सभी जानते हैं की इंग्लिश कैलेंडर में जनवरी से लेकर दिसंबर तक कुल 12 महीने होते हैं। नीचे हम आपको हिंदी माह के नाम और उसके सामने उस माह में आने वाले इंग्लिश महीने के नाम की जानकारी बता रहे हैं।
हिंदी में | अंग्रेजी में |
चैत्र (Caitra) | जनवरी |
बैसाख (Vaisakha) | फरवरी |
जयेष्ट (Jyaistha) | मार्च |
अषाढ़ (Asadha) | अप्रैल |
श्रावण (Sravana) | मई |
भाद्रपद (Bhadra) | जून |
अश्विन (Asvina) | जुलाई |
कार्तिक (Kartika) | अगस्त |
अगहन (Agrahayana) | सितम्बर |
पौष (Pausa) | अक्टूबर |
माघ (Magha) | नवम्बर |
फाल्गुन (Phalguna) | दिसंबर |
हिन्दू कैलेंडर से सम्बंधित सवाल-जवाब
हिंदू महीने कितने होते हैं?
हिंदू कैलेंडर के अनुसार कुल 12 महीने ही होते हैं। और एक अधिक मास को हम पुरुषोत्तम मास के नाम से जानते हैं।
हिंदी महीनों के नाम क्रमानुसार लिखिए?
हिंदू महीनों का क्रम अनुसार यह है। चैत्र, वैशाख, ज्येष्ठ, आषाढ़, सावन, भादो, अश्विन, कार्तिक, अगहन, पौष, माघ, फागुन आदि।
हिंदी कैलेंडर के अनुसार महीनों की संख्या कितनी है?
इसकी संख्या 12 होती है।
विक्रम संवत 2079 का नाम क्या है?
श्रम संवत 2019 से वर्ष अंग्रेजी वर्ष के अनुसार 2022 का वर्ष है।
अभी वर्तमान में कौनसा विक्रम संवत चल रहा है?
अभी वर्तमान समय में 2079 विक्रम संवत चल रहा है।
हिंदू कैलेंडर का नाम क्या है?
कैलेंडर को हम हिंदू पंचांग के नाम से भी जानते हैं। पंचांग अर्थात 5 अंकों वाला जिसमें समय गणना के 5 अंग होते हैं जिसमें वार, तिथि, नक्षत्र, योग और कर्ण आदि मुख्य रूप से शामिल होते हैं।
शिवरात्रि कौनसे महीने में आती है?
शिवरात्रि पर्व हिंदू कैलेंडर के हिसाब से माघ महीना जोकि जनवरी-फरवरी में आता है, उस माह में शिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है।
निष्कर्ष
अब इस लेख को पूरा पड़कर हिंदू कैलेंडर में महीनों के नाम उन महीनों में आने वाले त्यौहार, उत्सव और उनके महत्व की जानकारी आपको हमारे इस आर्टिकल के माध्यम से संपूर्ण जानने को मिल गई होगी।
अभी भी आपको अभी हिंदू कैलेंडर के पंचांग के बारे में जानकारी प्राप्त करने से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या यह प्रश्न है, तो नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट कीजिए जहाँ आपकी समस्या का निवारण करेंगे।
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