सुई मुक्त इंजेक्टर | जेट इंजेक्टर तकनीक | Jet injector gun | जेट इंजेक्टर वैक्सीन फायदे | jet injector for covid vaccine | jet injector scar | injection gun for humans | jet injection uses | needleless injection | बिना सुई वाली वैक्सीन
जेट इंजेक्टर (Jet injector): जैसे कि आप सब जानते हो कि हमारे देश में कोरोना के लिए कई तरह की के वैक्सीन उपलब्ध है, इनमें मुख्य रूप से कोविशील्ड, कोवैक्सीन जैसी भारत में लगाई जा रही है I अभी के समय में यह वैक्सीन इंजेक्शन के माध्यम से लगाई जा रही है, लेकिन अब आने वाली नई वैक्सीन जिसका नाम ZyCoV-D Vaccine है इसे जेट इंजेक्टर उपकरण के माध्यम से लगाया जाएगा I
अगर आप नहीं जानती हो कि जेट इंजेक्टर तकनीक फार्माजेट सुई रहित तकनीक (PharmaJet needle free applicator) क्या होती है, तो इस आर्टिकल में हम आपको जेट इंजेक्टर जो कि बगैर सुई के माध्यम से किसी को भी व्यक्ति दी जा दी जा सकती है, इससे जुड़ी सभी जरूरी जानकारी आपको जानने को मिलेगी I
![जेट इंजेक्टर तकनीक कैसे काम करती है? [2023] 1 जेट इंजेक्टर तकनीक](https://i0.wp.com/hindineer.com/wp-content/uploads/2022/01/जेट-इंजेक्टर-तकनीक.jpg?resize=522%2C289&ssl=1)
कृपया इस पोस्ट को पूरा पढ़ें जिससे कि आपको कोरोना की नई वैक्सीन जेट इंजेक्टर तकनीक से लगाए जाने से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी आप तक पहुंच पाए।
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जेट इंजेक्टर तकनीक क्या है?
जेड इंजेक्टर कोई नई तकनीक नहीं है, इस तकनीक का इस्तेमाल पिछले कई वर्षों से होता आ रहा है इस तकनीक के माध्यम से अमेरिका और पाकिस्तान में कोरोना का टीका लगाया गया था I हम आपको बता दें कि जेट इंजेक्टर एक ऐसी तकनीक है जिसमें सिरिंज होती है लेकिन सुई नहीं होती है I
जेट इंजेक्टर में एक स्प्रिंग होती है जो पतली धार इतनी तेजी से निकलती है कि वह चमड़े के अंदर चली जाती है । जेट इंजेक्टर के माध्यम से किसी भी व्यक्ति को वैक्सीन कब लग जाती है इसका पता भी नहीं चलता है उसमें दर्द का एहसास भी नहीं होता है I
इसीलिए Jet injector gun तकनीक किसी भी आयु वर्ग के इंसान के लिए देना उपयुक्त है, जो कि भविष्य में यह एक मुख्य निर्णायक कदम साबित होगा I
Jet injector gun कैसे काम करती है?
जेट इंजेक्टर गन की बात करें तो जेट इंजेक्टर में एक स्प्रिंग लगी होती है इसके जरिए वैक्सीन के एक पतली धार को बॉडी में प्रवेश करा जाता है यह धारा 1 सेकंड के दसवें हिस्से में स्क्रीन को भेजकर टिशू की उचित गहराई तक प्रवेश कर जाती है I
इसमें किसी और चीज की जरूरत नहीं होती है जेट इंजेक्टर के माध्यम से किसी भी व्यक्ति को दर्द का अहसास तक नहीं होता है इसलिए यह वैक्सीन देने के लिए उपयुक्त माना जा रहा है एक बार में 1ml तक की मात्रा किसी भी व्यक्ति को दी जा सकती है। किसी भी मरीज को को वैक्सीन का अंतराल 28 से 56 दिनों के बीच होगा I
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जेट इंजेक्टर वैक्सीन के फायदे
जेट इंजेक्टर वैक्सीन के कई बार कई तरीके के फायदे होंगे जिसकी जानकारी आपको बताई गई है जोकि जोकि इस प्रकार से है।
- तकनीक के माध्यम से किसी भी व्यक्ति को बिना सुई गोपी वैक्सीन लगाई जा सकेगी ।
- जेट इंजेक्टर के माध्यम से वैक्सीन लगने में दर्द का एहसास भी नहीं होगा ।
- इस तकनीक से वैक्सीन छोटी उम्र के बच्चों को भी आसानी से दी जा सकेगी ।
- इंजेक्टर तकनीक के माध्यम से 1 सेकंड के दसवीं से मैं वैक्सीन को चमड़े के अंदर डाला जा सकता है ।
- यह तकनीक दर्द रहित है। इस तकनीक के माध्यम से कोरोना वैक्सीन लगाने की गति में काफी तेजी आएगी ।
जेट इंजेक्टर से कौनसी वैक्सीन लगेगी?
अभी भारत में जेट इंजन तकनीक के माध्यम से जायडस कैडिला की नीडल फ्री कोरोना वैक्सीन को लगाने की मंजूरी दे दी गई है। भारत दवा निर्माता कंपनी जेडएस कैडिला की वैक्सीन जिसका नाम ZyCoV-D Vaccine रखा गया है सबसे पहले इस वैक्सीन के तीन दोस्त जेट इंजेक्टर तकनीक के माध्यम से व्यक्ति को दिए जा सकेंगे ।
जेट इंजेक्टर से वैक्सीन किसे लगेगी?
किसी भी व्यक्ति को कोरोना की वैक्सीन देने के लिए जेट इंजेक्टर तकनीक का उपयोग किया जाएगा इस तकनीक के माध्यम से इंजेक्टर गन में वैक्सीन को भरकर किसी भी व्यक्ति के स्किन पर रखकर बटन को पुश करना होगा जिससे कि चंद सेकंड में उस व्यक्ति को वैक्सीन सफलतापूर्वक दिया जा सकेगा।
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जेट इंजेक्टर तकनीक से जुड़े सवाल-जवाब
जेट इंजेक्टर का निर्माण किसने किया?
फ्रांस के खोजकर्ता गैलांटे (Galante) ने दिसंबर 1866 में पैरिस यूनिवर्सिटी में हाइड्रोपंक्चर के काम आने वाले एक छोटे से औजार का प्रजेंटेशन दिया था ।
जेट इंजेक्टर तकनीक से क्या होगा?
जेट इंजेक्टर तकनीक के माध्यम से किसी भी व्यक्ति को चंद सेकेंड के अंदर कोरोना की वैक्सीन बड़े ही आसानी से दी जा सकेगी, जिससे कि वैक्सीन लेने वाले को पता भी नहीं चलेगा ।
जेट इंजेक्टर से कौन-कौन सी वैक्सीन लगाई जाएगी?
ZyCoV-D Vaccine
भारत में जेट इंजेक्टर तकनीक से वैक्सीन कब लगाई जाएगी ?
जनवरी 2022 से लगाईं जा सकेगी I
जेट इंजेक्टर से सबसे पहले वैक्सीन किसे लगाई जा रही है?
जेट इंजेक्टर तकनीक के माध्यम से सबसे पहले 18 से अधिक उम्र के आयु के व्यक्ति को यह वैक्सीन दी जाएगी इसमें सबसे पहले फ्रंटलाइन वर्कर को यह वैक्सीन दी जानी है।
जेट इंजेक्टर से कोई नुकसान होता है क्या?
इसका कुछ भी साइड इफ़ेक्ट नहीं है I
जेट इंजेक्टर तकनीक की खोज किसने की?
फ्रांस के खोजकर्ता गैलांटे (Galante) ने दिसंबर 1866 में पैरिस यूनिवर्सिटी में I
निष्कर्ष (Conclusion)
अब आप इस आर्टिकल को पूरा पढ़ कर जेट इंजेक्टर तकनीक से संबंधित सभी जरूरी जानकारी आप तक पहुंच गई होगी। अगर आपको कोरोना वैक्सीन लगाने की इस नई तकनीक जेट इंजेक्टर से संबंधित जानकारी अच्छी लगी है तो अपने मित्रों को यह जानकारी शेयर करें।
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