मंकीपॉक्स के लक्षण: हमारा देश और पूरी दुनिया अभी हाल ही में कोरोनावायरस के घातक प्रकोप से उभरी है ऐसे में एक बार फिर मंकीपॉक्स दुनिया को डराने लगा है भारत में मंकीपॉक्स के के दिन पर दिन बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में हमें मंकीपॉक्स के लक्षण और इसके बचाव के बारे में जानकारी प्राप्त करना बहुत जरूरी है।
अगर आप नहीं जानते हैं कि मंकीपॉक्स किया है? तो आज की इस पोस्ट में हम आपको इस मंकीपॉक्स वायरस बीमारी के बारे में समस्त जानकारी जैसे मंकीपॉक्स के लक्षण, कैसे फैलता है, इससे बचाव कैसे करें, उनकी दवा, रोकथाम आदि प्रकार की जानकारी आपको इस आर्टिकल में जानने को मिलेगी कृपया Monkeypox Virus से संबंधित सभी जानकारी पाने के लिए इसलिए को पूरा पढ़ें।

मंकीपॉक्स क्या है? (Monkeypox Virus kya hai)
मंकीपॉक्स एक वायरस है जो जानवरों से इंसानों में फैलता है, इसलिए इसे जूनोटिक डिसीसिस भी कहा जाता है। मंकीपॉक्स वायरस अफ्रीकी देशों में सबसे पहले 1970 में इस बीमारी के केस देखे गए थे।
अब यह अभी के समय में पूरे विश्व में धीरे धीरे फ़ैल रहा है। मंकीपॉक्स वायरस अब इंसानों से इंसानों में भी ट्रांसमिशन होते जा रहा है भारत में इसके केस बढ़ते जा रहे जब किसी व्यक्ति को मंकीपॉक्स वायरस होता है।
तो यह अन्य वायरल की तरह ही होता है जिसमें बुखार बदन दर्द सिर दर्द आदि कोशिकाओं में सूजन होती है। एक बार जब किसी व्यक्ति को मंकीपॉक्स हो जाता है तो उसके शरीर में चेचक जैसे लक्षण दिखने रखते हैं जिससे कि मरीज के शरीर में बड़े-बड़े चकत्ते (दाने) पड़ जाते हैं।
मंकी पॉक्स के लक्षण कैसे पता करे? (Monkeypox ke Lakshan)
मंकी पॉक्स के लक्षण कैसे पता करें? जिससे कि आप भी Monkeypox के लक्षण हो जान पाओगे और समय रहते सचेत होकर इस बीमारी से बचें रह सको इसके लिए नीचे हमने आपको इसके लक्षण के पता लगाने के बारे में बताया है।
एक बार जब किसी व्यक्ति को मंकीपॉक्स वायरस जाता है तो इसके लक्षण आने में 3 से 4 हफ्ते का समय लगता है जिससे कि मरीज के अंदर निम्न प्रकार के लक्षण दिखते हैं जो कि इस प्रकार से है-
- मरीज को संक्रमण के दौरान बुखार आना।
- पूरा शरीर बदन दर्द करना।
- कोशिकाओं में सूजन आना।
- शरीर में चकत्ते (दाने) आ जाना।
- निमोनिया के लक्षण।
- स्किन पर रैशेज।
- ठंड लगना।
- चेहरे और शरीर पर लाल रंग के दानें।
- चेचक जैसे लक्षण दिखना।
इन तमाम लक्षणों को देखकर हम मंकीपॉक्स का पता लगा सकते हैं लेकिन हमारी सलाह आपको यह रहेगी कि सबसे पहले आप किसी डॉक्टर के पास जाकर ही इलाज करवाएं।
मंकीपॉक्स वायरस कैसे फैलता है? (Monkeypox virus kaise failta hai)
मंकीपॉक्स वायरस जानवरों से इंसानों में फैलने वाला वायरस है यह वायरस की उत्पत्ति चमगादड़ से ही हुई है। अभी के समय में मंकीपॉक्स इंसानों से इंसानों में भी ट्रांसमिशन हो जाता है। मरीज के संपर्क में आए लोगों को यह बीमारी होने की संभावना अधिक रहती है। खासकर उन लोगों को यह मंकीपॉक्स सबसे अधिक लगता है जो किसी दूसरी बीमारी से ग्रसित हैं और उनके इम्यून सिस्टम कमजोर है। इसके अतिरिक्त अभी मंकीपॉक्स कैसे फैलता है इससे संबंधित जानकारी जांच में पता नहीं लग पाई है।
1 | चूहों,गिलहरियों आदि जैसे जानवरों से फैलता है. |
2 | संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से |
3 | संक्रमित जानवर के संपर्क में आने से |
4 | वायरस से दूषित सामग्री के माध्यम से |
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मंकीपॉक्स तस्वीरें

मंकीपॉक्स वायरस का प्रकोप कितने देश में फ़ैल गया है?
मंकीपॉक्स वायरस का प्रकोप पूरी दुनिया (लगभग 58 देशो) में फैलता जा रहा है, यह वायरस दुबई, भारत, अमेरिका, अफ्रीका जैसे कई देशों में इस वायरस का प्रकोप फैलता चला जा रहा है वर्तमान आने वाले समय में किन-किन देशों में और कितना अधिक मात्रा में फैलेगा इसका पता लगा पाना अभी मुश्किल है।
- ऑस्ट्रेलिया
- अमेरिका
- ब्रिटेन
- स्पेन
- कनाडा
- बेल्जियम
- नीदरलैंड
- इटली
- स्वीडन
- पुर्तगाल
- फ्रांस
- इंग्लैंड
मंकीपॉक्स वायरस इंडिया में कुल केस कितने है?
मंकीपॉक्स वायरस का इंडिया में अभी कुल 2 केस सामने आए हैं। अभी इसके बारे में यह नहीं कह सकते हैं कि भविष्य में यह किस भारत में कितने बढ़ेंगे और इसका निपटारा कैसा किया जाएगा फिर भी हम आपको बताना चाहते हैं कि मंकीपॉक्स वायरस से बचने के लिए सावधानी रखें और किसी भी प्रकार की समस्या लक्षण दिखने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर उपचार जरूर करवाएं।
मंकी पॉक्स का इलाज कैसे करे? (Monkeypox Virus ka ilaj in Hindi)
किसी भी व्यक्ति को मंकीपॉक्स वायरस के लक्षण दिखते हैं तो आपको बिना देरी किए आपके नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर मंकीपॉक्स के लिए आवश्यक जांच करवाना चाहिए यदि जांच में मंकीपॉक्स वायरस की संतुष्टि होती है तो उस मरीज को आइसोलेट करके डॉक्टरी परामर्श के द्वारा इसका इलाज करवाना चाहिए।
- डॉक्टर के पास जाए
- उपयुक्त जांचे करवाए
- डॉक्टर द्वारा दी गई दवाए ले
- वायरस की पता चलने पर आइसोलेट हो
- और अपने आप का पूर्ण रूप से ध्यान रखे
मंकीपॉक्स की दवा और रोकथाम (Monkeypox Treatment in Hindi)
मंकीपॉक्स वायरस के लिए अभी तक कोई विशेष दवा खोजी नहीं इसीलिए विश्व स्वास्थ संगठन (WHO) के कथन अनुसार एंटीवायरल दवाओं से ही अभी इन संक्रमण का इलाज किया जा रहा है और संक्रमण के दौरान होने वाले लक्षणों को फोकस करके ही उपचार दिया जा रहा है।
जब किसी मरीज को मंकीपॉक्स के लक्षण दिखाई दिए जाते हैं, तो डॉक्टर उस मरीज को लक्षण के आधार पर सिस्टमैटिक ट्रीटमेंट उसका करता है उदाहरण के लिए यदि किसी मरीज को बुखार आता है तो उसे पेरासिटामोल दिया जाता है।
और यदि किसी मरीज को Skin से संबंधित समस्या आ रही है तो उसको skin का ट्रीटमेंट दिया जाता है और जिन लोगों की इम्युनिटी कमजोर है तो उन्हें इम्यूनिटी बूस्टर का भी ट्रीटमेंट दिया जाता है।
Monkeypox की Vaccine कब तक आएगी?
मंकीपॉक्स वैक्सीन कब तक आएगी इसके बारे में कुछ कह पाना अभी मुश्किल है मंकीपॉक्स की वैक्सीन आने में अभी कुल 1 से डेढ़ साल समय साल तक का समय लगेगा। जब तक आपको मंकीपॉक्स वायरस से सजग और सचेत रहना है और इस प्रकार की किसी भी लक्षण दिखने पर डॉक्टर की अवश्य परामर्श से इलाज कराए।
मंकीपॉक्स से बचाव कैसे करे?
मंकीपॉक्स लक्षण को फैलने से रोकने के लिए आपको बचाव करने के कुछ आसान से कार्य करना होंगे इसके लिए आपको बीमारी से बचने के लिए यह महत्वपूर्ण कदम बताए जा रहे हैं।
- जिस व्यक्ति को मंकीपॉक्स हुआ है उन संक्रमण लोगों के साथ त्वचा के संपर्क में आने से बचे।
- हाथ को साबुन पानी से अच्छी तरह से धोते रहे।
- आपको छींक आते समय रुमाल का उपयोग करे।
- सेनीटाइज का इस्तेमाल करें।
FaQ: मंकीपॉक्स से जुड़े कुछ सवाल
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कोरोना और इसमें क्या समानता है?
अभी तक जितनी भी जाचे हुई है अभी तक कोरोना और मंकी पॉक्सवायरस में किसी भी प्रकार की समानता नहीं पाई गई है इसलिए कह सकते हैं कि मंकीपॉक्स वायरस कोरोनावायरस से बिल्कुल पूरी तरह से भिन्न है।
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क्या मंकीपॉक्स वायरस कोरोनावायरस की तरह ही घातक है?
बिल्कुल नहीं अभी तक डॉक्टरों के द्वारा मंकीपॉक्स के घातक परिणामों की पुष्टि नहीं की गई है इसलिए यह कह सकती है कि मंकीपॉक्स वायरस कोरोनावायरस की तुलना में कम घातक है।
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क्या मंकीपॉक्स वायरस से इंसानों की मौत अधिक हो रही है क्या?
मंकीपॉक्स वायरस के द्वारा इंसानों में मौत का आंकड़ा बहुत कम है और जिन लोगों की मृत्यु हुई है वह अन्य किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित रहे थे।
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Monkeypox बुखार चकत्ते और दर्द हैं मंकीपॉक्स के लक्षण जानें कैसे?
जांचे करवाके।
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मंकीपॉक्स की दवा का नाम क्या है?
अभी तक इस वायरस के लिए कोई सी दावा नहीं बनाई गई है।
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मंकीपॉक्स के लिए वैक्सीन कब तक आएगी?
अभी तक कुछ कह नहीं सकते है।
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मंकीपॉक्स वायरस कोरोना वायरस से भी घातक है क्या?
बिलकुल नही पर बचाव जरुरी है।
निष्कर्ष (Conclusion)
अब आप इस पोस्ट को पूरा पढ़कर मंकीपॉक्स वायरस क्या है? यह कैसे फैलता है इसके लक्षण क्या है इसके बचाव कैसे करें और इसकी दवाई क्या है और उनकी वह उसकी वैक्सीन कब तक आएगी इससे संबंधित सभी प्रकार की जानकारी आज हमने आपको इस लेख के माध्यम से बता दी है।
लेकिन अभी भी आपको मंकीपॉक्स से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या आ रही है तो नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट कर करेजा हम आपकी समस्या का समाधान करेंगे।
और यदि ज्ञानवर्धक जानकारी पास करने के लिए हमारी वेबसाइट Hindineer.com को फॉलो करें।